नयी दिल्ली, 11 अप्रैल अनुसंधानकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि गर्भपात की गोली (दवा) मिफेप्रिस्टोन यथाशीघ्र मरीज को दिया जाना सुरक्षित है और यह ‘एक्टोपिक प्रेग्नेंसी’ की स्थिति में मददगार साबित हो सकती है। . ‘एक्टोपिक प्रेग्नेंसी’ जान को खतरा पैदा करने वाली एक स्थिति है, जिसमें विकसित अंडाणु गर्भाशय के बाहर डिंब नलिका (फैलोपियन ट्यूब) के साथ जुड़ जाता है।.